भारतीय प्लेट:
भारत पूरी तरह से भारतीय प्लेटपर स्थित है। यह एक प्रमुख टेक्टोनिक प्लेट हैजिसका निर्माण प्राचीन महाद्वीप गोंडवानालैंड केटूटने से हुआ है। लगभग 9 करोड़ वर्ष पूर्व उत्तरक्रेटेशियस शक के दौरान भारतीय प्लेट ने उत्तरकी ओर लगभग 15 सेमी प्रति वर्ष की दर से गतिकरना आरंभ कर दिया। सेनोजोइक कल्प केइयोसीन शक के दौरान लगभग 5 से 5.5 करोड़वर्ष पूर्व यह प्लेट एशिया से टकराई। 2007 मेंजर्मन भूगर्भशास्त्रियों ने बताया कि भारतीय प्लेट केइतने तेजी से गति करने का सबसे प्रमुख कारणइसका अन्य प्लेटों की अपेक्षा काफी पतला होनाथा। हाल के वर्र्षों में भारतीय प्लेट की गति लगभग5 सेमी. प्रतिवर्ष है। इसकी तुलना में यूरेशियाईप्लेट की गति मात्र 2 सेमी प्रतिवर्ष ही है। इसीवजह से भारत को च्फास्टेस्ट कांटीनेंटज् की संज्ञादी गई है।
भारत पूरी तरह से भारतीय प्लेटपर स्थित है। यह एक प्रमुख टेक्टोनिक प्लेट हैजिसका निर्माण प्राचीन महाद्वीप गोंडवानालैंड केटूटने से हुआ है। लगभग 9 करोड़ वर्ष पूर्व उत्तरक्रेटेशियस शक के दौरान भारतीय प्लेट ने उत्तरकी ओर लगभग 15 सेमी प्रति वर्ष की दर से गतिकरना आरंभ कर दिया। सेनोजोइक कल्प केइयोसीन शक के दौरान लगभग 5 से 5.5 करोड़वर्ष पूर्व यह प्लेट एशिया से टकराई। 2007 मेंजर्मन भूगर्भशास्त्रियों ने बताया कि भारतीय प्लेट केइतने तेजी से गति करने का सबसे प्रमुख कारणइसका अन्य प्लेटों की अपेक्षा काफी पतला होनाथा। हाल के वर्र्षों में भारतीय प्लेट की गति लगभग5 सेमी. प्रतिवर्ष है। इसकी तुलना में यूरेशियाईप्लेट की गति मात्र 2 सेमी प्रतिवर्ष ही है। इसीवजह से भारत को च्फास्टेस्ट कांटीनेंटज् की संज्ञादी गई है।
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