पवन
क्षैतिज रूप में गतिशील होने वाली हवा को हीपवन कहते है। वायुदाब की विषमताओं को संतुलितकरने की दिशा में यह प्रकृति का एक स्वभाविकप्रयास है। धरातल पर निम्न प्रकार की पवन पाईजाती हैं-
प्रचलित पवन (Prevailing Wind) - जो पवनवायुदाब के अक्षांशीय अंतर के कारण वर्ष भर एकसे दूसरे कटिबंध की ओर प्रवाहित होती रहती हैं,उसे प्रचलित पवन कहते हैं। व्यापारिक पवन(trade Winds), पछुआ पवन (westerlies) वध्रुवीय पवन (Polar winds) इत्यादि प्रचलितपवन के उदाहरण हैं|
सामयिक पवन (periodic winds)- मौसम यासमय के साथ जिन पवनों की दिशा में परिवर्तनपाया जाता है, उन्हें सामयिक या कालिक पवन कहाजाता है। पवनों के इस वर्ग में मानसून पवनें, स्थलतथा सागर समीर शामिल हैं।
स्थानीय पवन (Local Winds) - स्थानीयपवनों की उत्पत्ति तापमान तथा दाब के स्थानीयअंतर की वजह से होता है। लू स्थानीय पवन काएक बेहतर उदाहरण है। आद्र्रता वायुमण्डल में विद्यमान अदृश्य जलवाष्पकी मात्रा ही आद्र्रता (Humidity) कहलाती है।
निरपेक्ष आद्र्रता (Absolute humidity) -वायु के प्रति इकाई आयतन में विद्यमान जलवाष्पकी मात्रा को निरपेक्ष आद्र्रता कहते हैं.
विशिष्टï आद्र्रता (Specific Humidity) - हवाके प्रति इकाई भार में जलवायु के भार काअनुपात विशिष्टï आद्र्रता कहलाती है।
सापेक्ष आद्र्रता (Relative Humidity) - एकनिश्चित तापमान पर निश्चित आयतन वाली वायु कीआद्र्रता सामथ्र्य तथा उसमें विद्यमान वास्तविकआद्र्रता के अनुपात को सापेक्ष आद्र्रता कहते हैं।
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