Saturday, 3 December 2016

परिवहन

परिवहन


बदलते आर्थिक परिदृश्‍य के साथ, बाजारों के वैश्‍वीकरण, अंतरराष्‍ट्रीय आर्थिक एकीकरण, कारोबार तथा व्‍यवसाय के अवरोधों को हटाने की जरूरत तथा बढ़ी प्रतिस्‍पर्धा ने परिवहन की आवश्‍यकताओं को बहुत बढ़ा दिया है। यह सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण और आधारभूत ढ़ांचे के निर्माण के लिए जरूरी आवश्‍यकताओं में से एक है, जो अवसरों के विस्‍तार त‍था प्रतिस्‍पर्धा को बढ़ाने या तोड़ने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती है।

परिवहन विभाग को दिल्‍ली में एक कुशल सार्वजनिक संवहन प्रणाली की व्‍यवस्‍था करने, वाहन जनित प्रदूषण को नियंत्रित करने, वाहनों का पंजीकरण करने, चालक लाइसेंस जारी करने, विभिन्‍न परमिट जारी करने, सड़क कर का संग्रहण करने जैसे महत्वपूर्ण उत्तरदायित्‍व सौंपे गये हैं। इस विभाग को देश के परिवहन संबंधी सभी पहलुओं के नीति निर्माण, समन्‍वय, क्रियान्‍वयन, अनुवीक्षण तथा विनियामक कार्य भी सौंपे गए हैं

सामान्य अवलोकन

परिवहन की एक सुसंगठित तथा सह समन्वित प्रणाली देश की स्‍थायी आर्थिक वृद्धि महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। देश की वर्तमान परिवहन प्रणाली ने परिवहन की अनेक विधियां शामिल हैं जिनमें रेल, सड़क, तटीय जहाजरानी, हवाई परिवहन इत्‍यादि शामिल हैं। परिवहन ने विगत वर्षों में नेटवर्क के विस्‍तार तथा प्रणाली के उत्‍पादन, दोनों में पर्याप्त वृद्धि दर्ज की है। जहाजरानी मंत्रालय, सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय परिवहन की विभिन्न विधियों के विकास के लिए, रेलवे तथा नागर विमानन को छोड़कर, नीतियां तथा कार्यक्रम बनाने तथा उनके क्रियान्व्यन के लिए उत्तरदायी है।

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